How Much You Need To Expect You'll Pay For A Good shanti ke upay
यह भी पढ़ें- नींद नहीं हो रही पूरी तो हो सकती हैं ये बीमारियांडरावना सपना देखना कोई बीमारी नहीं है, लेकिन जब यह बार-बार हो, दिनभर काम करने की क्षमता कम करे, दिमाग में उसकी यादें बनी रहें या व्यक्ति सोने से ही डरने लगे, तब इसे नाइटमेयर डिसऑर्डर माना जाता है. ऐसे लोगों में अक्सर थकान, चिड़चिड़ापन, ध्यान की कमी, याददाश्त में कमी और बुरे सपनों का लगातार डर देखने को मिलता है. बच्चों में यह समस्या होने पर माता-पिता की नींद भी प्रभावित होती है.
एक आकाशीय गोला, जो संस्कृत मंत्र सुनते ही जाग जाता है
स्लीप शेड्यूल बनाएं: हर दिन एक ही समय पर बिस्तर पर जाएं और सुबह एक ही समय पर जागें, वीकेंड पर भी ऐसा ही करें। इस प्रकार आपको अच्छी और गहरी नींद प्राप्त करने में मदद मिलती है और आपको बुरे सपने नहीं आते।
रात में सोने से पहले ब्रीथिंग एक्सरसाइज करें, इससे आपको डरावने सपने नहीं आएंगे
कई बार लोगों को नींद में ऐसा एहसास होता है कि कोई उनका पीछा कर रहा है.
ये सपने तब आते हैं, जब आप या तो कोई भूतिया फिल्म देख लेते हैं.
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अगर इन सपनों पर अगर जल्दी काबू न पाया जाए तो यह अनिद्रा, मोटापा, स्ट्रेस, डिप्रेशन, व्यक्ति के काम की गुणवत्ता और खराब नींद का कारण बनने लगते हैं। हालांकि इस तरह के डरावने सपने व्यक्ति को अनहेल्दी फूड, तनाव, नींद की कमी, सोने के गलत तरीके की वजह से आते हैं।
कभी-कभार आने वाले डरावने सपने चिंता का विषय नहीं हैं. हालांकि रोज-रोज समस्या हो, तब डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है. बच्चों में यदि डरावने सपने लंबे समय तक बने रहें या उनके व्यवहार में बदलाव आए, तो बाल रोग विशेषज्ञ से बात करना फायदेमंद होता है.
रिलैक्सेशन तकनीक: एक्सपर्ट के अनुसार बिस्तर पर जाने से पहले तनाव के स्तर को प्रबंधित करने के लिए मेडिटेशन, डीप ब्रीदिंग एक्सरसाइज, मसल्स रिलैक्सेशन का अभ्यास करें। इस प्रकार आपका दिमाग रिलैक्स रहता है और आपको बुरे सपने नहीं आते।
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नींद न आने से भी ऐसा होता है. अगर अनिद्रा की समस्या है तो ऐसा होगा.